इन दिनों भारत ही नही दुनिया के सभी देशों में कोरोना ने हाल बेहाल कर रखा है।भारत के अधिकतर राज्यो में मरीज़ों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ती जा रही है कि अस्पताल ही कम पड़ रहे है।
यही हाल राजस्थान का है।यहाँ पर भी मरीज़ों के लिए अस्पताल ही उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।दिनों दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे है। राज्य सरकार के आकड़ो की माने तो राजस्थान में 41%मरीज गांवों में है। गगाँवो में मरीज़ों तक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाना एक चुनोती भरा काम है। लेकिन राजस्थान के बाड़मेर में एक नई मिशाल कायम हुई है।
बाड़मेर में रातों रात 2 अस्पताल बना दिए गए है।ये अस्पताल अस्थायी है।जिनको कोविड सेंटर बनाया गया है।
ये अस्पताल2 जगहों पर बनाये गए है।
इनमे से एक अस्पताल में 100 बेड है जिसमे से 30बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध है।वही दूसरे अस्पताल में 25बेड है जिसमे से 2 में ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है।
ये हॉस्पिटल बनवाने में वहां के विधायक हरीश चौधरी और भामाशाहों ने मदद की है।उन्होंने सरकार का एक रुपया भी नही लिया ।
100बेड वाले अस्पताल में एयर कंडीशनर और डॉक्टरों के रहने की भी सुविधा है।
डॉक्टरों के लिए एक बंक हाउस है जिसमे एयर कंडीशनर औरबाकी सभी सुविधाएं भी 4star कैटेगिरी की है।
रेगिस्तान में रातो रात हॉस्पिटल बनना बहुत मुश्किल का काम है पर वो कहते है न कि जनता सहयोग करे तो सब मुश्किल आसान हो जाती है।
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